Wednesday, August 6, 2025
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Chatgpt Agents – OpenAI launches a general purpose agent in ChatGPT: आपके डिजिटल कामों का सुपर असिस्टेंट आ गया है!

Chatgpt Agents – यह खबर पूरी AI दुनिया में तहलका मचा रही है! कल्पना कीजिए, एक ऐसा AI असिस्टेंट जो सिर्फ चैट करने या जानकारी देने तक सीमित न हो, बल्कि आपके लिए असली दुनिया के कंप्यूटर टास्क खुद-ब-खुद पूरे कर सके। कैलेंडर मैनेज करना हो, प्रेजेंटेशन स्लाइड्स बनानी हों, कोड रन करना हो, या फिर दर्जनों वेबसाइट्स से रिसर्च करके रिपोर्ट तैयार करनी हो – यह नया ‘Chatgpt Agents‘ यह सब कर सकता है।

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OpenAI का यह जनरल पर्पस एजेंट सिर्फ एक अपग्रेड नहीं, बल्कि AI की दुनिया में एक क्वांटम लीप है, जहां ChatGPT अब एक एक्टिव ‘एजेंट’ बन गया है जो यूजर्स के लिए टास्क ऑटोमेशन को पूरी तरह नए लेवल पर ले जाता है। अब तक के एआई एजेंट्स अक्सर जटिल कामों में फंस जाते थे या उनका परफॉर्मेंस वादों जितना शानदार नहीं होता था, लेकिन OpenAI दावा करता है कि यह नया एजेंट पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा काबिल, रिलायबल और सेफ है। इसे ‘एजेंट मोड’ के तौर पर ChatGPT के प्रो, प्लस और टीम प्लान सब्सक्राइबर्स के लिए लॉन्च किया गया है। यह लेख इसी रिवोल्यूशनरी टूल की पूरी जानकारी, इसकी क्षमताओं, काम करने के तरीके, सुरक्षा पहलुओं और इसके संभावित प्रभाव पर डीप डाइव करेगा।

Chatgpt Agents असल में है क्या? आपके डिजिटल लाइफ का नया सुपरहीरो

इस नए जनरल पर्पस एजेंट को समझने के लिए पहले यह जानना जरूरी है कि पुराना ChatGPT कैसे काम करता था। पहले, ChatGPT एक रिएक्टिव टूल था – आप सवाल पूछते, वह जवाब देता। चाहे इमेज जेनरेट करनी हो या डॉक्यूमेंट समझना हो, उसकी भूमिका सूचना देने या कंटेंट बनाने तक सीमित थी। लेकिन यह नया Chatgpt Agents एक ‘प्रोएक्टिव असिस्टेंट’ है। इसका मतलब है कि यह सिर्फ जवाब नहीं देगा, बल्कि आपकी तरफ से एक्शन भी लेगा। इसे ‘जनरल पर्पस’ इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसकी स्किल्स किसी एक काम तक सीमित नहीं हैं। यह कई तरह के कंप्यूटर-बेस्ड टास्क्स को हैंडल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जैसे कि:

  • आपके कैलेंडर को ऑटोमैटिकली मैनेज करना: मीटिंग शेड्यूल करना, रिमाइंडर सेट करना।
  • एडिटेबल प्रेजेंटेशन और स्लाइडशो जेनरेट करना: आपके विचारों को प्रोफेशनल स्लाइड्स में बदलना।
  • कोड रन करना और टेस्ट करना: प्रोग्रामिंग टास्क्स को ऑटोमेट करना।
  • डीप ऑनलाइन रिसर्च करना: दर्जनों वेबसाइट्स से जानकारी इकट्ठा करके, उसे एनालाइज करके कॉन्साइज रिपोर्ट बनाना।
  • वेबसाइट्स पर नेविगेट करना: ऑटोमैटिकली लिंक्स पर क्लिक करना, फॉर्म भरना, डेटा एक्सट्रेक्ट करना (पुराने ‘ऑपरेटर’ टूल की तरह)।
    सबसे खास बात यह है कि आपको इसे यूज़ करने के लिए कोई नया सॉफ्टवेयर नहीं सीखना पड़ेगा। बस नैचुरल लैंग्वेज में अपना टास्क बताइए, जैसे “अगले हफ्ते की सभी टीम मीटिंग्स के लिए गूगल मीट लिंक जेनरेट करो और कैलेंडर में जोड़ो” या “सोलर एनर्जी के फायदे पर 10 स्लाइड्स वाली प्रेजेंटेशन बनाओ, जिसमें स्टैटिस्टिक्स भी हों”। Chatgpt Agents आपकी भाषा समझकर खुद ही सही टूल्स का इस्तेमाल करके काम पूरा करेगा। यह OpenAI के ‘एजेंटिक प्रोडक्ट्स’ की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम है, जहां AI सिर्फ सलाह देने वाला नहीं, बल्कि काम करने वाला बन रहा है।

Chatgpt Agents की वो सुपरपॉवर्स जो इसे खास बनाती हैं

  • रियल-वर्ल्ड एक्शन लेना: सिर्फ टेक्स्ट जनरेशन नहीं, बल्कि कैलेंडर जैसे ऐप्स में बदलाव करना, स्लाइड्स बनाना जैसे कॉन्क्रीट काम।
  • कॉम्प्लेक्स वर्कफ्लो को हैंडल करना: एक ही प्रॉम्प्ट में कई स्टेप्स वाले टास्क (जैसे रिसर्च करना, डेटा एनालाइज करना, प्रेजेंटेशन बनाना) पूरे करना।
  • मल्टीपल टूल्स का इंटेलिजेंट यूज़: ऑपरेटर (वेब नेविगेशन), डीप रिसर्च (इंफो सिंथेसिस) और कोड इंटरप्रिटेशन जैसी पुरानी कैपेबिलिटीज को एक साथ इस्तेमाल करना।
  • एपीआई और टर्मिनल एक्सेस: जीमेल, गिटहब जैसे ऐप्स के साथ कनेक्ट होकर डेटा फेच करना या कोड रन करने के लिए टर्मिनल का उपयोग करना।
  • नेचुरल लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग: जटिल निर्देशों को भी समझकर उन पर एक्शन लेना।

कैसे काम करता है यह जादुई Chatgpt Agents? टेक्नोलॉजी पर एक नजर

इस नए जनरल पर्पस एजेंट की ताकत इसके पीछे के एडवांस्ड AI मॉडल और आर्किटेक्चर में छिपी है। OpenAI ने खुलासा किया है कि यह एजेंट पहले के मॉडल्स (जैसे GPT-3.5 या GPT-4) से काफी अलग और एडवांस्ड तकनीक पर बना है। यह सिर्फ टेक्स्ट प्रेडिक्ट करने वाला मॉडल नहीं है, बल्कि एक ‘एक्शन-ओरिएंटेड सिस्टम’ है। जब आप नैचुरल लैंग्वेज में कोई टास्क देते हैं (जैसे “मेरे लास्ट महीने के जीमेल इनबॉक्स से सभी फ्लाइट बुकिंग कन्फर्मेशन ढूंढो और उनकी डेट्स व डेस्टिनेशन की एक एक्सल शीट बनाओ”), तो Chatgpt Agents निम्न स्टेप्स फॉलो करता है:

  1. टास्क प्लानिंग एंड डिकंपोजिशन: सबसे पहले, वह आपके बड़े टास्क को छोटे-छोटे, मैनेजेबल सब-टास्क्स में तोड़ता है। (जैसे: जीमेल कनेक्ट करो -> इनबॉक्स सर्च करो -> रिजल्ट्स फिल्टर करो -> रिलेवंट डेटा एक्सट्रेक्ट करो -> एक्सल शीट स्ट्रक्चर बनाओ -> डेटा भरो)।
  2. राइट टूल सिलेक्शन: फिर, यह तय करता है कि हर सब-टास्क को पूरा करने के लिए किस टूल की जरूरत है। (जैसे: जीमेल एक्सेस के लिए ‘कनेक्टर्स’, डेटा ऑर्गनाइज करने के लिए कोड इंटरप्रिटर, एक्सल शीट जेनरेट करने के लिए ‘फाइल क्रिएशन’ टूल)।
  3. टूल यूजेज एंड ऑर्केस्ट्रेशन: एजेंट खुद ही इन टूल्स को सही ऑर्डर में एक्टिवेट करता है और एक टूल का आउटपुट दूसरे टूल के इनपुट के तौर पर पास करता है।
  4. रिजल्ट सिंथेसिस एंड डिलीवरी: आखिर में, सभी सब-टास्क्स के रिजल्ट्स को जोड़कर, फाइनल आउटपुट (जैसे वो एक्सल शीट) तैयार करता है और आपको दिखाता है।
    इस पूरी प्रोसेस के दौरान, ChatGPT कनेक्टर्स की अहम भूमिका होती है। यूजर इन कनेक्टर्स की मदद से अपने वर्क ऐप्स (जैसे जीमेल, गूगल कैलेंडर, गूगल ड्राइव, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक, गिटहब, स्लैक आदि) को Chatgpt Agents से लिंक कर सकते हैं। इससे एजेंट को आपके प्रॉम्प्ट के लिए रिलेवंट डेटा और कंटेक्स्ट मिल जाता है। साथ ही, एजेंट को टर्मिनल एक्सेस और एपीआज (APIs) का भी इस्तेमाल करने की छूट होती है, जिससे यह और भी कॉम्प्लेक्स ऑपरेशन्स (जैसे सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन स्क्रिप्ट चलाना, डेटाबेस क्वेरी करना) कर पाता है। यह ‘एजेंटिक रीजनिंग’ का शानदार उदाहरण है, जहां AI सिर्फ सोचता ही नहीं, बल्कि प्लान बनाकर एक्शन भी लेता है।

किसे मिलेगा यह फ्यूचरिस्टिक टूल? एक्सेस और एक्टिवेशन गाइड

OpenAI के इस गेम-चेंजिंग जनरल पर्पस एजेंट तक हर किसी की पहुंच अभी नहीं होगी। फिलहाल, यह Chatgpt Agents सिर्फ उन यूजर्स के लिए उपलब्ध है जो OpenAI के पेड सब्सक्रिप्शन प्लान्स लेते हैं:

  • ChatGPT Plus: व्यक्तिगत यूजर्स के लिए मंथली सब्सक्रिप्शन।
  • ChatGPT Pro: अधिक हाई-एंड यूज केस वाले व्यक्तिगत यूजर्स या फ्रीलांसर्स के लिए (फीचर्स और लिमिट्स में अंतर हो सकता है)।
  • ChatGPT Team: संगठनों और टीम्स के लिए डिज़ाइन किया गया प्लान, जिसमें एडमिन कंट्रोल्स और शेयर्ड वर्कस्पेस जैसी सुविधाएं होती हैं।
    फ्री वर्जन यूजर्स को यह फीचर अभी नहीं मिलेगा। अगर आप इन पेड प्लान्स में से किसी के सब्सक्राइबर हैं, तो Chatgpt Agents को यूज करना बेहद आसान है:
  1. अपने वेब ब्राउज़र या ऐप में ChatGPT खोलें।
  2. स्क्रीन के टॉप पर, मॉडल सिलेक्शन के लिए ड्रॉपडाउन मेनू देखें (जहां आमतौर पर “GPT-4” या “GPT-4o” लिखा होता है)।
  3. उस ड्रॉपडाउन मेनू में से “एजेंट मोड” (Agent Mode) को सिलेक्ट करें।
  4. बस! अब आपका ChatGPT, Chatgpt Agents में बदल गया है। अब आप उसे नेचुरल लैंग्वेज में काम करने के निर्देश दे सकते हैं।
    पहली बार यूज करते समय, हो सकता है कि एजेंट आपको उन ऐप्स (ChatGPT कनेक्टर्स) से कनेक्ट करने के लिए कहे जिन्हें वह आपकी ओर से एक्सेस करेगा (जैसे आपका गूगल अकाउंट या माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट)। इजाज़त देने के बाद ही वह आपके कैलेंडर, ईमेल आदि को मैनेज कर पाएगा। यूजर प्राइवेसी और सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए, एजेंट को सिर्फ उन्हीं ऐप्स और डेटा तक पहुंच मिलती है जिन्हें आप एक्स्प्लिसिटली कनेक्ट और ऑथराइज़ करते हैं।

प्लान तुलना तालिका: किसे क्या मिलता है?

फीचर / क्षमताChatGPT PlusChatGPT ProChatGPT Team
Chatgpt Agents (Agent Mode) एक्सेस✅ हाँ✅ हाँ✅ हाँ
जीमेल/कैलेंडर जैसे ऐप्स से कनेक्ट करना (कनेक्टर्स)✅ हाँ✅ हाँ✅ हाँ
एपीआई/टर्मिनल एक्सेस✅ हाँ✅ हाँ✅ हाँ
प्राइवेट यूज के लिए मेमोरी फीचर❌ नहीं¹❌ नहीं¹❌ नहीं¹
प्रति प्रॉम्प्ट कॉम्प्लेक्सिटी लिमिटमानकउच्चउच्च/अनुकूलन योग्य
प्राइऑरिटी सपोर्टमानकउच्चउच्च
टीम मैनेजमेंट और एडमिन कंट्रोल्स❌ नहीं❌ नहीं✅ हाँ
शेयर्ड वर्कस्पेस❌ नहीं❌ नहीं✅ हाँ
मूल्य (अनुमानित – मासिक)~$20~$50+~$25-$30/यूजर
¹सुरक्षा कारणों से एजेंट मोड में मेमोरी फीचर फिलहाल सभी प्लान्स में डिसेबल है।

पुराने एजेंट्स से कितना आगे है? परफॉर्मेंस बेंचमार्क्स ने मचाई धूम

OpenAI सिर्फ दावा ही नहीं कर रहा, बल्कि इस नए जनरल पर्पस एजेंट की श्रेष्ठता को साबित करने के लिए कठिन बेंचमार्क टेस्ट्स के नतीजे भी पेश कर रहा है। पिछले कुछ सालों में गूगल, परप्लेक्सिटी और खुद OpenAI जैसी कंपनियों ने कई AI एजेंट्स पेश किए, लेकिन ज्यादातर जटिल, रियल-वर्ल्ड टास्क्स में स्ट्रगल करते नजर आए। उनकी क्षमताएं प्रोडक्टिविटी टूल के तौर पर इस्तेमाल करने लायक उतनी कंविंसिंग नहीं थीं जितनी टेक एक्सीक्यूटिव्स का दावा होता था। Chatgpt Agents को इन्हीं सीमाओं को तोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है। OpenAI के मुताबिक, यह पिछले एजेंट्स (जैसे ऑपरेटर या GPT-4-टर्बो बेस्ड टूल्स) से कहीं ज्यादा पावरफुल और रिलायबल है। इसकी ताकत का अंदाजा दो बेहद मुश्किल बेंचमार्क्स पर इसके परफॉर्मेंस से लगाया जा सकता है:

  1. ह्यूमैनिटीज लास्ट एग्जाम (Humanities Last Exam – pass@1): यह एक बेहद कठिन टेस्ट है जिसमें 100 से ज्यादा विषयों (साइंस, हिस्ट्री, लॉ, इकोनॉमिक्स, कला आदि) के हजारों सवाल शामिल हैं। इसमें AI को कॉम्प्लेक्स प्रॉम्प्ट्स का सही जवाब देना होता है। Chatgpt Agents ने इस पर 41.6% स्कोर किया है। यह स्कोर OpenAI के पिछले एडवांस्ड मॉडल्स GPT-4-o और GPT-4-mini के स्कोर (क्रमशः लगभग 20% और 21%) से लगभग डबल है! यह दिखाता है कि यह नया एजेंट विशाल और बहु-विषयक ज्ञान को समझने और उस पर एक्शन लेने में कितना श्रेष्ठ है।
  2. फ्रंटियरमैथ (FrontierMath): गणित के सबसे कठिन बेंचमार्क्स में से एक। इसमें हाई-लेवल, रिसर्च-ग्रेड मैथ प्रॉब्लम्स होती हैं। खास बात यह है कि Chatgpt Agents को यहां टूल्स (जैसे कोड रन करने के लिए टर्मिनल) का इस्तेमाल करने की अनुमति थी। इसने 27.4% का प्रभावशाली स्कोर हासिल किया। इसकी तुलना में, पिछला स्टेट-ऑफ-द-आर्ट स्कोर GPT-4-mini का सिर्फ 6.3% था! यानी नए एजेंट ने परफॉर्मेंस में लगभग 4.3 गुना सुधार दिखाया है। यह साबित करता है कि टूल्स का इस्तेमाल करके कॉम्प्लेक्ट प्रॉब्लम सॉल्विंग करने में यह एजेंट कितना एडवांस्ड है।

ये नंबर्स सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि इस बात का सबूत हैं कि Chatgpt Agents पिछली पीढ़ी के एजेंट्स के मुकाबले क्वालिटेटिवली अलग और काफी शक्तिशाली है। OpenAI इसे अपने एजेंटिक प्रोडक्ट्स के विजन को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी छलांग मान रहा है।

सुरक्षा पहला: Chatgpt Agents के साथ OpenAI का सतर्क रवैया

जब कोई AI सिस्टम सिर्फ जानकारी देने की बजाय रियल-वर्ल्ड में एक्शन लेने लगे, तो उसकी सुरक्षा (सेफ्टी) और संभावित दुरुपयोग (मिस्यूज) को लेकर चिंताएं स्वाभाविक हैं। OpenAI को इसका अहसास है, और उसने खुले तौर पर माना है कि Chatgpt Agents जैसा जनरल पर्पस एजेंट पहले के मॉडल्स के मुकाबले ज्यादा ताकतवर (हाई कैपेबिलिटी) होने के साथ-साथ ज्यादा जोखिम भरा भी हो सकता है, खासकर अगर इसे गलत हाथों में मिल जाए। इसीलिए, एजेंट को लॉन्च करने के साथ ही OpenAI ने कई सख्त सेफ्टी मेजर्स लागू किए हैं:

  • “हाई कैपेबिलिटी” डिजाइनेशन: OpenAI ने अपने तैयारी फ्रेमवर्क (Preparedness Framework) के तहत Chatgpt Agents मॉडल को बायोलॉजिकल और केमिकल वेपन डोमेन में “हाई कैपेबिलिटी” वाला मॉडल घोषित किया है। इसका मतलब है कि OpenAI को आशंका है कि यह मॉडल “मौजूदा रास्तों से होने वाले गंभीर नुकसान को बढ़ा सकता है” (एम्प्लिफाई एक्जिस्टिंग पाथवेज टू सिवियर हार्म)। हालांकि, कंपनी के पास इसका सीधा सबूत नहीं है, फिर भी उसने सावधानी बरतते हुए (प्रिकॉशनरी एप्रोच) यह लेबल लगाया है।
  • रियल-टाइम डुअल मॉनिटरिंग सिस्टम: दुरुपयोग रोकने के लिए एक डबल लेयर सेफ्टी नेट बनाया गया है:
    1. बायोलॉजी क्लासिफायर: हर उस प्रॉम्प्ट को स्कैन करता है जो यूजर Chatgpt Agents में डालता है। अगर प्रॉम्प्ट बायोलॉजी (जीव विज्ञान) से संबंधित लगता है, तो…
    2. बायोथ्रेट मॉनिटर: …तुरंत एजेंट के जेनरेट किए गए रिस्पॉन्स को चेक करता है। यह मॉनिटर विश्लेषण करता है कि क्या यह कंटेंट बायोलॉजिकल खतरा पैदा कर सकता है (जैसे जानलेवा पैथोजन बनाने का तरीका बताना)। अगर खतरा पाया जाता है, तो रिस्पॉन्स ब्लॉक कर दिया जाता है और सुरक्षा टीम को अलर्ट किया जाता है।
  • मेमोरी फीचर डिसेबल: सामान्य ChatGPT में ‘मेमोरी’ फीचर होता है जो पिछले चैट्स से यूजर की प्रेफरेंसेज या जानकारी याद रखकर भविष्य में उसका इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन एजेंट मोड में यह फीचर फिलहाल पूरी तरह बंद (डिसेबल) कर दिया गया है। OpenAI का कहना है कि बैड एक्टर्स इस मेमोरी फीचर का इस्तेमाल प्रॉम्प्ट इंजेक्शन अटैक्स के जरिए कर सकते थे। इसमें एजेंट को ऐसे प्रॉम्प्ट देकर हैक किया जा सकता था जो उसे मेमोरी में सेव संवेदनशील डेटा (जैसे पासवर्ड हिंट्स, प्राइवेट जानकारी) बाहर निकालने या किसी अनधिकृत जगह भेजने के लिए मजबूर कर दे। इस जोखिम से बचने के लिए मेमोरी को एजेंट मोड में हटा दिया गया है। कंपनी भविष्य में इसे सुरक्षित तरीके से वापस लाने पर विचार कर सकती है।
    इन कदमों से साफ है कि OpenAI पावरफुल AI बनाने और उसे जिम्मेदारी से डिप्लॉय करने के बीच बैलेंस बनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, एजेंटिक AI की सुरक्षा एक लगातार चलने वाली चुनौती बनी रहेगी।

असल जिंदगी में कैसे काम आएगा? यूज केस और उदाहरण

OpenAI के दावे और बेंचमार्क स्कोर तो अच्छे लगते हैं, लेकिन असल सवाल यह है कि यह जनरल पर्पस एजेंट रोजमर्रा के कामों में कितना कारगर साबित होगा? OpenAI ने कुछ ठोस उदाहरण दिए हैं जो इसकी संभावनाओं का अंदाजा देते हैं:

  1. “जापानी ब्रेकफास्ट फॉर फोर की प्लानिंग और इंग्रीडिएंट्स खरीदना”:
    • यूजर प्रॉम्प्ट: “शनिवार सुबह 4 लोगों के लिए ऑथेंटिक जापानी ब्रेकफास्ट तैयार करना है। इसके लिए सामग्री की लिस्ट बनाओ, नजदीकी सुपरमार्केट या ऑनलाइन स्टोर्स से सबसे सस्ते दामों पर सामान खरीदने का प्लान बनाओ, और उन्हें शुक्रवार शाम तक डिलीवर होने का ऑर्डर लगाओ।”
    • एजेंट एक्शन्स:
      • जापानी ब्रेकफास्ट के टाइपिकल डिशेज (जैसे मिसो सूप, ग्रिल्ड फिश, राइस, टोफू) के बारे में रिसर्च करता है।
      • चार लोगों के लिए इंग्रीडिएंट्स की क्वांटिटी कैलकुलेट करके शॉपिंग लिस्ट जेनरेट करता है।
      • यूजर के लोकेशन के आधार पर नजदीकी स्टोर्स या ऑनलाइन ग्रॉसरी सर्विसेज (जैसे बिगबास्केट, अमेज़न फ्रेश, स्विगी इंस्टामार्ट) की कीमतों की तुलना करता है।
      • सबसे किफायती ऑप्शन चुनता है।
      • चुने हुए स्टोर की वेबसाइट/ऐप पर नेविगेट करता है।
      • आइटम्स कार्ट में ऐड करता है (यूजर के अकाउंट से कनेक्ट होकर, अगर यूजर ने अनुमति दी हो)।
      • चेकआउट करता है और डिलीवरी स्लॉट बुक करता है।
      • यूजर को ऑर्डर कन्फर्मेशन और डिटेल्स देता है।
  2. “तीन कॉम्पिटिटर्स का एनालिसिस करके स्लाइड डेक बनाना”:
    • यूजर प्रॉम्प्ट: “हमारे प्रोडक्ट ‘एक्स’ के टॉप तीन कॉम्पिटिटर्स (कंपनी A, B, C) का विस्तृत विश्लेषण करो। उनके स्ट्रेंथ, वीकनेस, मार्केट शेयर, प्राइसिंग और कस्टमर रिव्यूज देखो। इस एनालिसिस को 12 स्लाइड्स की एडिटेबल प्रेजेंटेशन में बदलो, जिसमें कॉम्पेरिजन टेबल्स और ग्राफ़ भी हों।”
    • एजेंट एक्शन्स:
      • कंपनी A, B, C की ऑफिशियल वेबसाइट्स, प्रोडक्ट पेजेज, न्यूज रिलीज स्कैन करता है।
      • फाइनेंशियल रिपोर्ट्स (अगर पब्लिक कंपनी हो), मार्केट रिसर्च साइट्स, और कस्टमर रिव्यू प्लेटफॉर्म्स (जैसे गार्टनर, ट्रस्टरेडियस, सोशल मीडिया) से डेटा इकट्ठा करता है।
      • इकट्ठा की गई जानकारी को सिंथेसाइज करता है – स्ट्रेंथ्स, वीकनेसेस, यूएसपी, प्राइसिंग मॉडल, टारगेट ऑडियंस की पहचान करता है।
      • मार्केट शेयर के अनुमान लगाता है या रिलेवंट डेटा सोर्सेज से फिगर्स निकालता है।
      • सभी जानकारी को लॉजिकल फ्लो में ऑर्गनाइज करता है।
      • प्रोफेशनल लुक वाली PowerPoint या Google स्लाइड्स प्रेजेंटेशन बनाता है।
      • कॉम्पेरिजन के लिए टेबल्स और डेटा विज़ुअलाइजेशन के लिए चार्ट्स/ग्राफ्स जोड़ता है।
      • प्रेजेंटेशन को एडिटेबल फॉर्मेट (जैसे .pptx या .gslides) में यूजर को डाउनलोड के लिए उपलब्ध कराता है।
        इन उदाहरणों से पता चलता है कि Chatgpt Agents सिर्फ सिंगल स्टेप टास्क्स ही नहीं, बल्कि मल्टी-स्टेप, क्रॉस-प्लेटफॉर्म वर्कफ्लो को भी हैंडल करने का दावा करता है। यह इंफॉर्मेशन गैदरिंग, प्लानिंग, डिसिजन मेकिंग और फाइनल आउटपुट क्रिएशन जैसे चरणों को ऑटोमेट कर सकता है। यह बिजनेस प्रोफेशनल्स, रिसर्चर्स, डेवलपर्स और यहां तक कि घरेलू यूजर्स के लिए भी टाइम सेविंग का पावरहाउस बन सकता है।

एजेंट टेक्नोलॉजी की चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं

बेशक, OpenAI launches a general purpose agent in ChatGPT एक बड़ी घोषणा है, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि एजेंट टेक्नोलॉजी अभी भी अपने शुरुआती दौर में है। OpenAI खुद मानता है कि अब तक एआई एजेंट्स “रियल वर्ल्ड” के साथ इंटरैक्ट करने में अपेक्षाकृत नाजुक (ब्रिटल) और गलतियां करने वाले (एरर-प्रोन) रहे हैं। जटिल, अनपेक्षित या गतिशील (डायनामिक) वातावरण में उनका परफॉर्मेंस अक्सर डगमगा जाता है। कुछ प्रमुख चुनौतियां जो बनी हुई हैं:

  • रियल-वर्ल्ड अनिश्चितता: वेबसाइट लेआउट बदल जाना, ऐप्स में अनएक्स्पेक्टेड पॉप-अप्स आना, नेटवर्क इश्यूज होना – ऐसी चीजें जो इंसान आसानी से हैंडल कर लेता है, एजेंट को कन्फ्यूज कर सकती हैं।
  • लॉन्ग-टर्म प्लानिंग और एडाप्टेशन: बहुत लंबे या बीच में प्रायोरिटी बदलने वाले टास्क्स को सही तरीके से मैनेज कर पाना।
  • कॉमन सेंस और कॉन्टेक्स्ट की कमी: इंसानों के पास जो सहज समझ (कॉमन सेंस) और सामाजिक-सांस्कृतिक कॉन्टेक्स्ट होता है, उसकी कमी एजेंट को कभी-कभी अजीब या गलत निर्णय लेने पर मजबूर कर सकती है।
  • सुरक्षा और नैतिकता का लगातार जोखिम: जैसे-जैसे एजेंट्स और पावरफुल होते जाएंगे, उनके दुरुपयोग या अनचाहे परिणामों (अनइंटेंडेड कंसीक्वेंसेज) का खतरा बना रहेगा। रियल-टाइम मॉनिटरिंग जैसे उपाय हमेशा पर्याप्त नहीं हो सकते।
    हालांकि, OpenAI का दावा है कि ChatGPT एजेंट इन चुनौतियों से निपटने के लिए पिछले मॉडल्स से कहीं बेहतर तरीके से तैयार किया गया है। इसके बेहतर बेंचमार्क परफॉर्मेंस और कॉम्प्लेक्स टास्क हैंडलिंग कैपेबिलिटी इस बात का संकेत देते हैं। अगर यह एजेंट अपने वादों पर खरा उतरता है, तो इसके भविष्य के इम्प्लीकेशन्स विशाल हैं:
  • कार्यक्षमता क्रांति: नॉलेज वर्कर्स (मार्केटर्स, राइटर्स, एनालिस्ट्स, डेवलपर्स) की प्रोडक्टिविटी में भारी उछाल। रिपीटेटिव और टाइम-कंज्यूमिंग टास्क्स ऑटोमेट हो जाएंगे।
  • डेमोक्रेटाइजेशन ऑफ एक्सपर्टीज: कॉम्प्लेक्स टास्क्स (जैसे डेटा एनालिसिस, बेसिक कोडिंग, प्रोफेशनल प्रेजेंटेशन बनाना) करने के लिए स्पेशल स्किल्स की जरूरत कम होगी।
  • हाइपर-पर्सनलाइज्ड डिजिटल असिस्टेंस: हर व्यक्ति का एआई असिस्टेंट उसकी जरूरतों, प्रेफरेंसेज और वर्कस्टाइल के हिसाब से पूरी तरह कस्टमाइज होगा।
  • नए बिजनेस मॉडल्स: AI एजेंट्स द्वारा संचालित नई तरह की सर्विसेज और प्रोडक्ट्स का उदय।
    OpenAI के इस कदम से गूगल, माइक्रोसॉफ्ट (कॉपायलट), मेटा, एमेजॉन और अन्य AI प्लेयर्स के बीच ‘एजेंटिक AI’ की दौर और तेज होगी। Chatgpt Agents इस दौड़ में एक अहम मील का पत्थर साबित हो सकता है।

निष्कर्ष: क्या यह वाकई भविष्य बदलने वाला कदम है?

OpenAI launches a general purpose agent in ChatGPT – यह सिर्फ एक प्रोडक्ट अपडेट नहीं, बल्कि हमारे कंप्यूटर्स और डिजिटल टूल्स के साथ इंटरैक्ट करने के तरीके में एक मौलिक बदलाव की शुरुआत है। ChatGPT अब सिर्फ एक चैटबॉट नहीं रहा, बल्कि एक सक्रिय, काम करने वाला डिजिटल सहयोगी बन गया है। कैलेंडर मैनेजमेंट से लेकर डीप रिसर्च और प्रेजेंटेशन क्रिएशन तक, इस जनरल पर्पस एजेंट की दावेदारी है कि यह यूजर्स के लिए टास्क ऑटोमेशन को एक नए लेवल पर ले जाएगा। बेंचमार्क्स पर इसका शानदार परफॉर्मेंस (खासकर Humanity’s Last Exam और FrontierMath पर) और रियल-वर्ल्ड यूज केस जैसे कॉम्पिटिटर एनालिसिस या इवेंट प्लानिंग इसकी क्षमता के प्रति उत्साह जगाते हैं। हालांकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एजेंट टेक्नोलॉजी अभी भी परिपक्व हो रही है। रियल-वर्ल्ड की जटिलताएं, अनिश्चितताएं और सुरक्षा चुनौतियां अभी बरकरार हैं। OpenAI ने रियल-टाइम मॉनिटरिंग और मेमोरी डिसेबल करने जैसे सतर्क कदम उठाकर जिम्मेदारी दिखाई है, लेकिन इस क्षेत्र में सजगता हमेशा जरूरी रहेगी। ChatGPT प्रो, प्लस और टीम प्लान यूजर्स के लिए यह एजेंट मोड एक एक्साइटिंग नई फीचर है। अगर यह अपने वादों पर खरा उतरता है और जटिल कामों को विश्वसनीय ढंग से कर पाता है, तो यह न सिर्फ हमारे काम करने के तरीके को बदल सकता है, बल्कि पूरी AI इंडस्ट्री के लिए एक नया स्टैंडर्ड भी सेट कर सकता है। भविष्य ‘एजेंटिक’ है, और OpenAI ने इस भविष्य में पहला बड़ा धमाकेदार कदम रख दिया है। अब बारी है यह देखने की कि यह एजेंट असल दुनिया में कितना खरा उतरता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Chatgpt Agents को कौन यूज कर सकता है?

फिलहाल, Chatgpt Agents (एजेंट मोड) सिर्फ OpenAI के पेड सब्सक्रिप्शन प्लान्स – ChatGPT Plus, ChatGPT Pro और ChatGPT Team – के सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है। फ्री वर्जन यूजर्स को अभी इस फीचर तक पहुंच नहीं मिलेगी।

Chatgpt Agents को एक्टिवेट कैसे करें?

अपना ChatGPT अकाउंट खोलें (वेब या ऐप पर)।
स्क्रीन के टॉप पर मॉडल सिलेक्शन के लिए ड्रॉपडाउन मेनू देखें (आमतौर पर “GPT-4” या “GPT-4o” वाला बॉक्स)।
उस ड्रॉपडाउन मेनू में से “एजेंट मोड” (Agent Mode) विकल्प को चुनें।
अब आप नैचुरल लैंग्वेज में एजेंट को टास्क दे सकते हैं। पहली बार में, वह आपसे जरूरी ऐप्स (जैसे जीमेल, कैलेंडर) को कनेक्ट करने के लिए कहेगा ताकि वह आपकी ओर से काम कर सके।

क्या Chatgpt Agents मेरे ईमेल या कैलेंडर को बिना पूछे एक्सेस कर सकता है?

बिल्कुल नहीं। सुरक्षा और प्राइवेसी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। Chatgpt Agents आपके किसी भी पर्सनल ऐप (जैसे जीमेल, गूगल कैलेंडर, आउटलुक, गिटहब) या डेटा तक तभी पहुंच सकता है जब आप एक्स्प्लिसिटली उसे ‘कनेक्टर्स’ के जरिए कनेक्ट करें और उस ऐप के लिए ऑथराइजेशन (अनुमति) दें। वह सिर्फ उन्हीं ऐप्स में एक्शन ले पाएगा जिन्हें आपने कनेक्ट किया हो।
क्या यह एजेंट वाकई पिछले वर्जन्स से बेहतर है? सबूत क्या है?
OpenAI ने दो बेहद कठिन बेंचमार्क टेस्ट्स पर इसके परफॉर्मेंस के आंकड़े पेश किए हैं:
ह्यूमैनिटीज लास्ट एग्जाम: नया एजेंट 41.6% स्कोर करता है, जबकि पिछले एडवांस्ड मॉडल्स (GPT-4-o / GPT-4-mini) लगभग 20-21% पर थे। यानी लगभग दोगुना बेहतर।
फ्रंटियरमैथ (टूल्स के साथ): नया एजेंट 27.4% स्कोर करता है, जबकि पिछला सर्वश्रेष्ठ (GPT-4-mini) सिर्फ 6.3% पर था। यानी लगभग 4.3 गुना सुधार।
ये ड्रामेटिक सुधार दिखाते हैं कि यह पिछले एजेंट्स से क्वालिटेटिवली आगे है।

सुरक्षा के लिए OpenAI ने क्या खास कदम उठाए हैं?

रियल-टाइम बायो थ्रेट मॉनिटरिंग: बायोलॉजी से जुड़े प्रॉम्प्ट्स और उनके रिस्पॉन्सेज पर खास नजर। खतरनाक कंटेंट ब्लॉक किया जाता है।
एजेंट मोड में मेमोरी फीचर बंद: प्रॉम्प्ट इंजेक्शन अटैक्स से बचाव के लिए, एजेंट मोड में ChatGPT की ‘मेमोरी’ (पिछली चैट याद रखना) फिलहाल डिसेबल है।
“हाई कैपेबिलिटी” लेबल: बायो/केम वेपन डोमेन में जोखिम की आशंका को स्वीकार करते हुए सावधानीपूर्वक निगरानी।

क्या Chatgpt Agents कोड लिख और रन भी कर सकता है?

हां, बिल्कुल! यह कोड लिखना, उसे रन करना और रिजल्ट देखना – तीनों काम कर सकता है। इसके लिए उसे टर्मिनल एक्सेस और कोड एन्वायरमेंट का उपयोग करने की सुविधा दी गई है। आप उसे प्रॉम्प्ट दे सकते हैं जैसे: “पायथन कोड लिखो जो इस वेबसाइट से सभी प्रोडक्ट प्राइस स्क्रेप करे और उन्हें एक्सल फाइल में सेव करे, फिर कोड रन करके रिजल्ट दिखाओ।”

क्या एजेंट गलतियां कर सकता है? मुझे काम चेक करना चाहिए?

बिल्कुल। हालांकि OpenAI ने इसे पहले से काफी बेहतर बताया है, लेकिन एआई एजेंट टेक्नोलॉजी अभी पूरी तरह परफेक्ट नहीं है। खासकर बेहद जटिल, अनोखे या अस्पष्ट निर्देशों पर यह गलतियां कर सकता है या अटक सकता है। यह एक शक्तिशाली सहायक है, लेकिन आपकी जगह लेने वाला नहीं। खासकर महत्वपूर्ण कामों (जैसे वित्तीय लेनदेन, कानूनी दस्तावेज, महत्वपूर्ण प्रेजेंटेशन) में, एजेंट द्वारा किए गए काम को हमेशा मैन्युअल रूप से चेक करना एक अच्छा अभ्यास होगा।

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