MERITE Yojana: आज के आधुनिक दौर में, भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा का सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है। तकनीकी शिक्षा न केवल छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करती है, बल्कि यह राष्ट्र के समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास का आधार भी बनती है।
हालाँकि, बीते कुछ वर्षों में, यह महसूस किया गया है कि हमारे तकनीकी शिक्षा संस्थानों में कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियाँ मौजूद हैं। इनमें अनुसंधान और नवाचार की कमी, उद्योग जगत के साथ कमजोर जुड़ाव, और पाठ्यक्रम का बदलते वैश्विक श्रम बाजार के अनुरूप न होना शामिल है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 ने इन कमियों को गंभीरता से स्वीकार करते हुए एक ऐसे परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया, जो तकनीकी शिक्षा को अधिक प्रासंगिक और प्रभावी बना सके। इन्हीं चुनौतियों और दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने एक महत्वाकांक्षी और दूरदर्शी पहल की शुरुआत की है, जिसे मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च इम्प्रूवमेंट इन टेक्निकल एजुकेशन (MERITE) स्कीम या संक्षेप में MERITE Yojana के नाम से जाना जाता है।
यह योजना कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं है, बल्कि एक गहन और रणनीतिक योजना का परिणाम है। 2023 में विश्व बैंक द्वारा तैयार की गई एक मूल्यांकन रिपोर्ट में भारतीय तकनीकी संस्थानों में संकाय सदस्यों की अनुसंधान उत्पादकता कम और उद्योग के साथ नवाचार संबंधों को कमजोर बताया गया था। इन विशिष्ट कमियों को दूर करने के लिए ही, भारत सरकार ने विश्व बैंक के सहयोग से इस योजना को तैयार किया। यह साझेदारी इस बात का प्रमाण है कि योजना को एक मजबूत, साक्ष्य-आधारित नींव और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है, जो केवल एक घरेलू पहल से कहीं अधिक व्यापक है।
MERITE Yojana के मुख्य उद्देश्य:
किसी भी योजना की सफलता उसके निर्धारित उद्देश्यों पर निर्भर करती है। MERITE Yojana के भी कुछ बहुत ही स्पष्ट और महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं, जो भारत में तकनीकी शिक्षा के संपूर्ण परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखते हैं। ये उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सिद्धांतों के साथ पूरी तरह से संरेखित हैं और तकनीकी संस्थानों में गुणवत्ता, समता और सुशासन को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।
तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
यह योजना का सबसे प्रमुख उद्देश्य है। इसका लक्ष्य छात्रों के सीखने के कौशल (learning skills) और रोजगार योग्यता (employability) को बढ़ावा देना है। इसके लिए, अनुसंधान और नवाचार के माहौल को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। योजना के तहत पाठ्यक्रम को बदलते हुए श्रम बाजार की जरूरतों के अनुसार आधुनिक और प्रासंगिक बनाया जाएगा, ताकि छात्रों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक कौशल भी प्राप्त हो सकें। यह पारंपरिक, केवल-किताबी शिक्षा से हटकर एक अधिक व्यावहारिक, समग्र और उद्योग-संरेखित मॉडल की ओर एक व्यवस्थित बदलाव को दर्शाता है।
समता को बढ़ावा देना
MERITE Yojana का लक्ष्य देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तकनीकी शिक्षा की पहुँच और गुणवत्ता को समान रूप से सुनिश्चित करना है। यह योजना 275 संस्थानों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पूरे तकनीकी शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है। इसके तहत, विशेष रूप से महिला संकाय सदस्यों के विकास पर जोर दिया गया है, ताकि वे भविष्य के शैक्षणिक प्रशासकों के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। यह पहल तकनीकी शिक्षा में लैंगिक असमानता को कम करने और महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुशासन तंत्र को मज़बूत करना
योजना का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य संस्थानों के शासन और प्रशासन को बेहतर बनाना है। इसके लिए, बेहतर गुणवत्ता आश्वासन और संस्थागत मान्यता (accreditation) तंत्र को विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य संस्थानों के संचालन को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना है, जिससे छात्रों, संकाय और अन्य हितधारकों के लिए दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित होंगे। एक मजबूत शासन ढाँचा ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवाचार के लिए सही माहौल तैयार कर सकता है।
यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि MERITE Yojana का बहु-विषयी पाठ्यक्रमों, रोजगार योग्य कौशल और श्रम बाजार-अनुरूप पाठ्यक्रम पर जोर, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल दर्शन को सीधे तौर पर लागू करता है। यह पारंपरिक रटकर सीखने वाली शिक्षा प्रणाली से दूर हटकर एक ऐसे मॉडल की ओर बदलाव का संकेत है जो व्यावहारिक, समग्र और उद्योग-प्रासंगिक है। योजना में भाषा कार्यशालाओं को शामिल करना एक सूक्ष्म लेकिन शक्तिशाली कदम है, जो इस बात को स्वीकार करता है कि आधुनिक पेशेवर जीवन के लिए केवल तकनीकी कौशल ही पर्याप्त नहीं हैं; प्रभावी संचार कौशल भी रोजगार योग्यता के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
Naya Update: Yojana Ki Ghoshna Aur Parivesh
तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करते हुए, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 8 अगस्त 2025 को MERITE Yojana के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस मंजूरी ने देश भर के छात्रों, शिक्षकों और संस्थानों के बीच एक सकारात्मक लहर पैदा की है। यह एक दूरदर्शी पहल है जिसे भारत की तकनीकी शिक्षा प्रणाली को 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
योजना का कुल वित्तीय परिव्यय ₹4,200 करोड़ है, जो इसे भारत में तकनीकी शिक्षा के बुनियादी ढांचे के लिए सबसे महत्वपूर्ण निवेशों में से एक बनाता है। इस राशि को 2025-26 से 2029-30 तक पाँच वर्षों की अवधि में व्यय किया जाएगा। एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि इस कुल बजट में से, ₹2,100 करोड़ की राशि विश्व बैंक से ऋण के रूप में बाहरी सहायता के रूप में प्राप्त होगी। विश्व बैंक की भागीदारी MERITE Yojana के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करती है, क्योंकि बैंक की 2023 की मूल्यांकन रिपोर्ट में भारत के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में विशिष्ट कमजोरियों जैसे कम अनुसंधान उत्पादकता और नवाचार संबंधों की कमी को उजागर किया गया था। इस प्रकार, विश्व बैंक का सहयोग केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक साझा दृष्टिकोण और इन चिन्हित चुनौतियों को हल करने के लिए एक रणनीतिक प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। यह योजना को एक संरचित और साक्ष्य-आधारित ढाँचा प्रदान करता है।
MERITE Yojana के लाभ और परिणाम
MERITE Yojana के कार्यान्वयन से भारत की तकनीकी शिक्षा प्रणाली में कई सकारात्मक परिवर्तन आने की उम्मीद है। यह योजना न केवल संस्थानों को सशक्त करेगी, बल्कि सीधे तौर पर लाखों छात्रों के भविष्य को भी आकार देगी।
योजना से अनुमानित 7.5 लाख छात्रों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। MERITE Yojana के तहत, देश भर के 275 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों का चयन किया जाएगा। इनमें 175 इंजीनियरिंग कॉलेज और 100 पॉलिटेक्निक संस्थान शामिल हैं। इस विस्तृत कवरेज का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के विभिन्न हिस्सों में छात्रों को समान रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अवसर मिल सकें।
योजना से अपेक्षित प्रमुख परिणाम निम्नलिखित हैं:
- सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में डिजिटलीकरण रणनीतियों का विकास, जो तकनीकी शिक्षा को अधिक सुलभ और आधुनिक बनाएगा।
- तकनीकी पाठ्यक्रमों में बहु-विषयी कार्यक्रमों के लिए नए दिशानिर्देशों का निर्माण, जो छात्रों को व्यापक ज्ञान और कौशल विकसित करने में मदद करेगा।
- छात्रों के सीखने और रोजगार योग्यता कौशल में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, जिससे तकनीकी स्नातकों के लिए प्लेसमेंट दर में सुधार होगा।
- अनुसंधान और नवाचार के लिए एक मजबूत और सशक्त माहौल तैयार होगा, जिससे नए-नए आविष्कार और तकनीकी समाधान सामने आएंगे।
- संस्थानों में बेहतर गुणवत्ता आश्वासन और शासन तंत्र स्थापित होंगे, जिससे उनकी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता आएगी।
- श्रम बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम और ब्लेंडेड कोर्स विकसित किए जाएंगे और उन्हें लागू किया जाएगा।
- भविष्य के शैक्षणिक प्रशासकों, विशेषकर महिला संकाय सदस्यों के विकास पर जोर दिया जाएगा, जो नेतृत्व में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाएगा।
यह योजना भारतीय तकनीकी शिक्षा को एक नई दिशा देने के लिए तैयार है, जहाँ गुणवत्ता, नवाचार और रोजगार क्षमता सबसे आगे हैं। नीचे दी गई तालिका में MERITE Yojana के कुछ प्रमुख तथ्यों को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है।
| तथ्य | विवरण |
| योजना का नाम | MERITE Yojana (मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च इम्प्रूवमेंट इन टेक्निकल एजुकेशन स्कीम) |
| नोडल मंत्रालय | शिक्षा मंत्रालय |
| योजना का प्रकार | केंद्रीय क्षेत्र योजना (Central Sector Scheme) |
| कुल बजट | ₹4,200 करोड़ |
| विश्व बैंक से ऋण | ₹2,100 करोड़ |
| अवधि | 2025-26 से 2029-30 (पाँच वर्ष) |
| लक्ष्यित संस्थान | 275 (175 इंजीनियरिंग कॉलेज, 100 पॉलिटेक्निक) IITs, IIMs, AICTE, NBA और अन्य नियामक निकाय |
| लाभार्थी छात्र | लगभग 7.5 लाख |
संस्थाओं के लिए योगयता और चुनाव प्रक्रिया
MERITE Yojana की एक प्रमुख विशेषता इसका संस्था-केंद्रित दृष्टिकोण है। यह योजना व्यक्तिगत छात्रों को सीधे लाभ प्रदान करने के बजाय, संस्थानों के बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान केंद्रित करती है, ताकि छात्रों को अप्रत्यक्ष रूप से और दीर्घकालिक लाभ मिल सके।
योजना के लिए पात्र संस्थान
यह योजना केवल भारत सरकार द्वारा अनुमोदित तकनीकी संस्थानों के लिए है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह कोई छात्रवृत्ति योजना नहीं है, बल्कि एक संस्थागत सुधार योजना है। MERITE Yojana के तहत, निम्नलिखित प्रकार के संस्थानों का चयन किया जाएगा:
- चयनित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NITs)
- राज्य इंजीनियरिंग संस्थान (State Engineering Institutions)
- पॉलिटेक्निक (Polytechnics)
- संबद्ध तकनीकी विश्वविद्यालय (Affiliating Technical Universities – ATUs)
इसके अतिरिक्त, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के तकनीकी शिक्षा विभाग भी MERITE Yojana के तहत सहायता प्राप्त करेंगे, जिससे पूरे राज्य में तकनीकी शिक्षा के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
चुनाव और कार्यक्रम का नियोजन
MERITE Yojana का कार्यान्वयन एक संरचित और केंद्रीकृत प्रक्रिया के माध्यम से होगा। योजना को एक केंद्रीय नोडल एजेंसी द्वारा लागू किया जाएगा, जो सीधे भाग लेने वाले संस्थानों को धनराशि हस्तांतरित करने की सुविधा प्रदान करेगी। इस प्रक्रिया में प्रमुख शैक्षणिक और नियामक निकाय भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITs), भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIMs) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) तथा राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NBA) जैसे संस्थान योजना के सफल कार्यान्वयन और मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
आवेदान प्रक्रिया और दस्तावेज़
यह समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि MERITE Yojana के लिए छात्रों द्वारा सीधे आवेदन करने की कोई प्रक्रिया नहीं है। इंटरनेट पर उपलब्ध कुछ अन्य योजनाओं की जानकारी, जैसे कि Mahadbt या Merit-cum-Means स्कॉलरशिप, अक्सर छात्रों को भ्रमित कर सकती है। लेकिन, यह योजना संस्थागत सुधार पर केंद्रित है, न कि व्यक्तिगत छात्रवृत्ति पर। इसलिए, छात्रों को किसी भी आवेदन पत्र या आवश्यक दस्तावेजों की सूची की तलाश नहीं करनी चाहिए। संस्थानों का चयन सरकार द्वारा पूर्व-निर्धारित मानदंडों के आधार पर किया जाएगा। यह योजना छात्रों के लिए एक बेहतर शैक्षणिक माहौल और अधिक रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने के लिए है, न कि उन्हें सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए।
योजना के अन्तर्गत प्रमुख कार्यक्रम
MERITE Yojana एक व्यापक योजना है, जिसमें तकनीकी शिक्षा में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण हस्तक्षेप और कार्यक्रम शामिल हैं। ये कार्यक्रम विशेष रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को पूरा करने और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
बहु-विषयक शिक्षा एवं पाठ्यक्रम सुधार
यह योजना NEP 2020 के बहु-विषयी शिक्षा के दृष्टिकोण को साकार करने पर जोर देती है। इसका उद्देश्य केवल एक विषय में विशेषज्ञता प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों को विभिन्न विषयों के ज्ञान के साथ-साथ रचनात्मक और आलोचनात्मक सोच विकसित करने में मदद करना है। योजना के तहत, संस्थानों को अपने पाठ्यक्रम को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप अद्यतन करने के लिए सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, छात्रों के लिए ब्लेंडेड लर्निंग मॉडल (blended learning models) को लागू किया जाएगा, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा का प्रभावी मिश्रण होगा। इससे शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया अधिक आकर्षक और लचीली बनेगी।
शोध, नवचार और उद्यमी समन्वय
तकनीकी शिक्षा में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना MERITE Yojana का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। योजना के तहत संस्थानों में रिसर्च हब और इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जहाँ छात्र अपने नवीन विचारों पर काम कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, छात्रों को उद्योग में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जिससे उन्हें वास्तविक दुनिया के कार्य अनुभव मिलेगा। संकाय विकास कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों की विशेषज्ञता को भी बढ़ाया जाएगा। इन उपायों से छात्रों में केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि उद्यमशीलता और समस्या-समाधान के कौशल भी विकसित होंगे। योजना में स्किल और मेकर लैब और भाषा कार्यशालाओं जैसे कार्यक्रम भी शामिल हैं। ये हस्तक्षेप इस बात को स्वीकार करते हैं कि आधुनिक पेशेवरों को केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि सामाजिक और संचार कौशल जैसे गैर-तकनीकी कौशल की भी आवश्यकता होती है। यह एक व्यापक कौशल अंतर को दूर करने का प्रयास है, जिससे छात्रों की रोजगार क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।
डिजिटल परिवर्तन और महिला सशक्तिकरण
MERITE Yojana का एक और महत्वपूर्ण फोकस देश में तकनीकी शिक्षा के डिजिटलीकरण को गति देना है। यह योजना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में डिजिटल रणनीतियों को अपनाने पर जोर देती है, जो NEP 2020 में प्रौद्योगिकी के उपयोग पर दिए गए महत्व के अनुरूप है। इससे शिक्षा की पहुँच बढ़ेगी और दूर-दराज के क्षेत्रों में भी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध होगी।
लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए, यह योजना महिला संकाय सदस्यों के विकास पर विशेष ध्यान देती है। योजना का उद्देश्य भविष्य के शैक्षणिक प्रशासकों को तैयार करना है, जिसमें विशेष रूप से महिलाओं को शामिल किया जाएगा। यह तकनीकी शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त कदम है, जिससे इस क्षेत्र में लैंगिक असमानता को कम करने में मदद मिलेगी।
FAQs
MERITE Yojana से संबंधित कुछ सबसे सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर यहाँ दिए गए हैं:
MERITE Yojana क्या है?
MERITE Yojana भारत सरकार द्वारा 2025 में शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र योजना है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप देश के तकनीकी संस्थानों में गुणवत्ता, समता और सुशासन में सुधार लाना है।
इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?
योजना का मुख्य उद्देश्य तकनीकी शिक्षा को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना, छात्रों के सीखने और रोजगार योग्य कौशल में वृद्धि करना, और अनुसंधान तथा नवाचार को बढ़ावा देना है।
योजना की अवधि और कुल बजट कितना है?
यह योजना पाँच वर्ष की अवधि (2025-26 से 2029-30) के लिए है। इसका कुल वित्तीय परिव्यय ₹4,200 करोड़ है, जिसमें से ₹2,100 करोड़ विश्व बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त होंगे।
किन संस्थानों को इसका लाभ मिलेगा?
MERITE Yojana का लाभ 275 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों को मिलेगा, जिनमें 175 इंजीनियरिंग कॉलेज और 100 पॉलिटेक्निक शामिल हैं। इसके अलावा, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के तकनीकी शिक्षा विभाग भी इसका हिस्सा होंगे।
क्या विद्यार्थियों को सीधे आवेदन करना होगा?
नहीं, यह योजना संस्थानों के लिए है, न कि व्यक्तिगत छात्रों के लिए। छात्रों को इसके लिए सीधे आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। इसका लाभ संस्थानों के माध्यम से छात्रों तक पहुँचेगा।
विश्व बैंक की क्या भूमिका है?
विश्व बैंक MERITE Yojana के लिए ₹2,100 करोड़ का ऋण प्रदान कर रहा है। इसके अलावा, योजना को विश्व बैंक के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत की तकनीकी शिक्षा में चिन्हित कमजोरियों को दूर करना है।
निष्कर्षः तकनीकी शिक्षा के भविष्य की ओर
MERITE Yojana भारत की तकनीकी शिक्षा प्रणाली के लिए एक रणनीतिक और व्यापक कदम है। यह केवल एक वित्त पोषण योजना नहीं है, बल्कि एक सहयोगी और दूरदर्शी प्रयास है जो शिक्षा को रोजगार, नवाचार और उद्योग जगत की बदलती जरूरतों के साथ जोड़ता है। इस योजना का उद्देश्य उन दशकों पुरानी कमियों को दूर करना है जो अक्सर तकनीकी शिक्षा को केवल एक डिग्री तक सीमित कर देती थीं, और अब इसे एक कौशल और नवाचार-केंद्रित प्रणाली में बदलना है।
यह योजना भारत को एक ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने और वैश्विक तकनीकी नेतृत्वकर्ता बनने की राह पर आगे बढ़ाने का वादा करती है। MERITE Yojana के माध्यम से, सरकार ने न केवल बेरोजगारी को कम करने और रोजगार क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, बल्कि एक ऐसा मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का भी प्रयास किया है जहाँ अनुसंधान, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा स्वाभाविक रूप से पनप सके। MERITE Yojana का सफल कार्यान्वयन भारत के युवाओं को सशक्त करेगा और एक ऐसे उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा, जहाँ हर तकनीकी स्नातक के पास न केवल डिग्री हो, बल्कि वह ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास भी हो जो उसे वैश्विक मंच पर सफल होने के लिए आवश्यक है।


