Rajasthan Bullet Train Run: राजस्थान में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर उदयपुर से अलवर तक 9 स्टेशनों के साथ सात जिलों से गुजरेगी राजस्थान की धरती पर बुलेट ट्रेन की आहट साफ सुनाई देने लगी है। मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर को दिल्ली तक विस्तारित करने की योजना के तहत, प्रदेश के सात जिलों से गुजरने वाले दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन मार्ग पर नौ नए स्टेशन बनने की संभावना है। यह प्रोजेक्ट भारत के राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का अहम हिस्सा बन सकता है।
हालांकि परियोजना अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन इसके राजस्थान के लिए दूरगामी लाभों की उम्मीद जताई जा रही है। यह न केवल दिल्ली और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से राजस्थान की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि यात्रा समय में भारी कमी लाने, पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय विकास को गति देने में भी मददगार साबित हो सकता है।
प्रयोग के लिए नागौर में ट्रायल ट्रैक
इस दिशा में पहला ठोस कदम नागौर जिले के नवा कस्बे के पास, सांभर झील से महज एक किलोमीटर दूर, एक हाई-स्पीड ट्रायल ट्रैक के निर्माण के रूप में सामने आया है। यह ट्रैक जोधपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आता है।
मार्ग और स्टेशनों का प्रस्तावित स्वरूप
समाचार एजेंसी न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित दिल्ली-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की कुल लंबाई लगभग 878 किलोमीटर होगी, जिसका लगभग 75% हिस्सा (657 किमी) राजस्थान से गुजरेगा। यह मार्ग अहम शहरों जैसे अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और उदयपुर को जोड़ेगा। ट्रेन की अधिकतम गति ३५० किमी/घंटा तक होने का अनुमान है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फरवरी 2025 में संसद में एक लिखित जवाब में पुष्टि की थी कि दिल्ली-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की व्यापक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा चुकी है।

राजस्थान में सात जिले, नौ स्टेशन
रिपोर्ट के अनुसार यह रेल लाइन राजस्थान के सात जिलों (अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और उदयपुर) की 335 गांवों की भूमि से होकर गुजरेगी। पूरे कॉरिडोर पर कुल 11 स्टेशनों की योजना है, जिनमें से नौ राजस्थान में स्थित होंगे:
रेल कॉरिडोर की व्यापक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा चुकी है।
- शाहजहांपुर (अलवर)
- जयपुर
- बहरोर (अलवर)
- विजयनगर (अजमेर)
- अजमेर
- किशनगढ़ (अजमेर)
- चित्तौड़गढ़
- भीलवाड़ा
- उदयपुर
- डूंगरपुर (खेरवाड़ा)
यहाँ राजस्थान में प्रस्तावित रेल कॉरिडोर से जुड़े जिलों और स्टेशनों की जानकारी को एक सुंदर और स्पष्ट तालिका (table) के रूप में प्रस्तुत किया गया है:
🔢 क्रम | 🚉 स्टेशन का नाम | 📍 जिला |
---|---|---|
1️⃣ | शाहजहांपुर | अलवर |
2️⃣ | जयपुर | जयपुर |
3️⃣ | बहरोर | अलवर |
4️⃣ | विजयनगर | अजमेर |
5️⃣ | अजमेर | अजमेर |
6️⃣ | किशनगढ़ | अजमेर |
7️⃣ | चित्तौड़गढ़ | चित्तौड़गढ़ |
8️⃣ | भीलवाड़ा | भीलवाड़ा |
9️⃣ | उदयपुर | उदयपुर |
🔟 | डूंगरपुर (खेरवाड़ा) | डूंगरपुर |
📌 अन्य जानकारी:
- यह रेल लाइन राजस्थान के 7 जिलों – अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और उदयपुर – से होकर गुजरेगी।
- कुल 335 गाँवों की भूमि से यह कॉरिडोर गुजरता है।
- पूरे कॉरिडोर में कुल 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से 9 राजस्थान में स्थित हैं।
- विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार हो चुकी है।
मार्ग का विवरण
प्रस्तावित मार्ग दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 से शुरू होगा। यह गुरुग्राम (चौमा), मानेसर, रेवाड़ी होते हुए अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर तक पहुंचेगा। इसके बाद यह राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के समानांतर आगे बढ़ेगा और जयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर होते हुए अहमदाबाद तक जाएगा।
जोधपुर शामिल नहीं
एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस प्रस्तावित बुलेट ट्रेन मार्ग में जोधपुर शहर को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि जोधपुर लंबे समय से हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी की उम्मीद कर रहा था, लेकिन अहमदाबाद-दिल्ली कॉरिडोर के प्रारंभिक सर्वे और अंतिम डीपीआर में इसे स्थान नहीं मिला।
मुंबई-अहमदाबाद लाइन पर प्रगति
गौरतलब है कि मूल ५०८ किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम जोरों पर है और इसकी ३०० किमी पटरी का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है। दिल्ली-अहमदाबाद एक्सटेंशन के लिए तैयार डीपीआर अब इस महत्वाकांक्षी परियोजना को राजस्थान की जमीन पर उतारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।