Seekho aur Kamao: आज के समय में युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती रोजगार प्राप्त करना है। शिक्षा पूरी करने के बाद भी कई बार कौशल की कमी या अनुभव के अभाव में उन्हें उपयुक्त नौकरी नहीं मिल पाती। इसी समस्या को समझते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने एक अभिनव पहल की है, जिसका नाम है “Mukhya Mantri Seekho Kamao Yojana“। यह योजना, जैसा कि इसका नाम “सीखो और कमाओ” बताता है, युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ प्रशिक्षण अवधि के दौरान आर्थिक सहायता भी देती है। यह सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के सपनों को पंख देने का एक माध्यम है। Seekho aur Kamao का उद्देश्य युवाओं को उद्योग-उन्मुख कौशल से लैस करना है ताकि वे आज के प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी जगह बना सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
यह योजना मध्यप्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर देती है, जिससे युवा सीधे उद्योगों में काम करने के लिए तैयार हो सकें। इससे न केवल व्यक्तिगत स्तर पर युवाओं का विकास होता है, बल्कि राज्य और देश के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलता है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है?
Seekho aur Kamao Yojana मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका लक्ष्य राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को उनके कौशल को निखारने और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है। Seekho aur Kamao के तहत, युवाओं को विभिन्न उद्योगों और संस्थानों में ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (OJT) दी जाती है, जिससे उन्हें वास्तविक कार्य अनुभव प्राप्त होता है। यह योजना “सीखो और कमाओ” के सिद्धांत पर आधारित है, जहां युवा न केवल सीखते हैं, बल्कि सीखने की अवधि के दौरान उन्हें मासिक स्टाइपेंड भी मिलता है। यह स्टाइपेंड उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाता है। योजना के अंतर्गत, 46 से अधिक क्षेत्रों में 700 से भी ज़्यादा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो युवाओं को अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार चुनने का अवसर देते हैं।
यह योजना मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) के तहत चलाई जा रही है और प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद युवाओं को State Council for Vocational Training (SCVT) द्वारा प्रमाणित भी किया जाता है, जिससे उनके कौशल को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलती है और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर मिलते हैं।
Seekho aur Kamao Yojana के मुख्य लाभ
Seekho aur Kamao Yojana युवाओं के लिए कई महत्वपूर्ण लाभ लेकर आती है, जो उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होते हैं। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके करियर को भी एक नई दिशा देती है।
कौशल संवर्धन (Skill Enhancement)
Seekho aur Kamao का सबसे महत्वपूर्ण लाभ कौशल संवर्धन है। यह युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करती है, जिससे उनकी नौकरी के लिए तैयारी बेहतर होती है। पारंपरिक शिक्षा अक्सर सैद्धांतिक ज्ञान पर केंद्रित होती है, लेकिन यह योजना सीधे उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल विकसित करने का अवसर देती है। इससे युवा नवीनतम तकनीकों और प्रक्रियाओं से परिचित होते हैं, जो उन्हें वर्तमान औद्योगिक मांगों के लिए तैयार करता है।
स्टाइपेंड सहायता (Stipend Support)
प्रशिक्षण अवधि के दौरान आर्थिक सहायता मिलना Seekho aur Kamao का एक और बड़ा आकर्षण है। यह युवाओं को वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाता है और उन्हें अपनी पढ़ाई या अन्य खर्चों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। योजना के तहत, प्रशिक्षण के दौरान ₹1 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो आवेदक की शैक्षणिक योग्यता पर आधारित होती है:
- 12वीं पास: ₹8,000 प्रति माह
- आईटीआई पास: ₹8,500 प्रति माह
- डिप्लोमा पास: ₹9,000 प्रति माह
- स्नातक या उच्च योग्यता: ₹10,000 प्रति माह
यह स्टाइपेंड युवाओं को बिना किसी आर्थिक दबाव के अपने प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। यह एक बड़ी राहत है, खासकर उन युवाओं के लिए जो ग्रामीण या आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं।
वास्तविक कार्य अनुभव (Real Work Experience)
यह योजना युवाओं को वास्तविक कार्य वातावरण में काम करने का अवसर देती है। इससे उन्हें सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक अनुभव भी मिलता है, जो उन्हें भविष्य में नौकरी ढूंढने में बहुत मदद करता है। नियोक्ता हमेशा ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता देते हैं जिनके पास कार्य अनुभव होता है, और यह योजना यही अनुभव प्रदान करती है। युवा उद्योग के माहौल को समझते हैं, टीम वर्क सीखते हैं, और समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित करते हैं।
प्रमाणन (Certification)
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, युवाओं को मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा State Council for Vocational Training (SCVT) का प्रमाण पत्र दिया जाता है। यह प्रमाण पत्र उनकी नई प्राप्त की गई कौशल को आधिकारिक मान्यता प्रदान करता है, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर मिलते हैं। यह प्रमाण पत्र न केवल मध्य प्रदेश में, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी स्वीकार्य होता है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खुल जाते हैं।
नियमित रोजगार के अवसर (Regular Employment Opportunities)
Seekho aur Kamao का अंतिम लक्ष्य युवाओं को नियमित रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाना है। प्रशिक्षण के बाद, कई बार उन्हें उसी प्रतिष्ठान में स्थायी नौकरी मिल जाती है जहां उन्होंने प्रशिक्षण लिया था। यदि ऐसा नहीं होता है, तो प्राप्त कौशल और प्रमाण पत्र उन्हें अन्य कंपनियों में आसानी से नौकरी दिलाने में मदद करते हैं। यह योजना उद्यमिता को भी बढ़ावा देती है, क्योंकि प्रशिक्षित युवा अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी तैयार होते हैं।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की पात्रता मानदंड
Seekho aur Kamao Yojana का लाभ उठाने के लिए कुछ विशिष्ट पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि योजना का लाभ उन युवाओं तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
- आयु सीमा: आवेदक की आयु 18 से 29 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यह आयु वर्ग उन युवाओं को लक्षित करता है जो अपनी शिक्षा पूरी कर चुके हैं और करियर शुरू करने की दहलीज पर हैं।
- मध्य प्रदेश का निवासी: आवेदक मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। यह योजना विशेष रूप से मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए डिज़ाइन की गई है ताकि राज्य में रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
- शैक्षणिक योग्यता: आवेदक कम से कम 12वीं पास, आईटीआई उत्तीर्ण, या उससे उच्च योग्यता वाला होना चाहिए। यह न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता सुनिश्चित करती है कि आवेदक के पास बुनियादी शैक्षिक पृष्ठभूमि हो ताकि वे प्रशिक्षण को प्रभावी ढंग से ग्रहण कर सकें।
- छात्र-प्रशिक्षार्थी पदनाम: चयन होने पर, आवेदक को “छात्र-प्रशिक्षार्थी” के रूप में नामित किया जाएगा। यह पदनाम स्पष्ट करता है कि वे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और सीखने की प्रक्रिया में हैं।
यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आवेदन करने से पहले इन सभी मानदंडों को पूरा किया जाए ताकि आवेदन प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना: आवेदन प्रक्रिया
Seekho aur Kamao Yojana के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है, जिससे मध्य प्रदेश के युवा आसानी से आवेदन कर सकें। इस प्रक्रिया में दो मुख्य चरण शामिल हैं: पंजीकरण और आवेदन।
ऑनलाइन पंजीकरण (Online Registration)
- चरण 1: पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले, आवेदक को Seekho aur Kamao Yojana के आधिकारिक पोर्टल, मध्य प्रदेश (mmsky.mp.gov.in) पर जाना होगा। यह पोर्टल योजना से संबंधित सभी जानकारी और आवेदन लिंक प्रदान करता है।

- चरण 2: ‘कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन’ पर क्लिक करें: पोर्टल के शीर्ष-दाएं कोने में, “कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन” (Candidate Registration) या “अभ्यर्थी पंजीयन” लिंक पर क्लिक करें। यह आपको पंजीकरण पृष्ठ पर ले जाएगा।
- चरण 3: निर्देशों को पढ़ें: योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण निर्देशों और पात्रता मानदंडों को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आप सभी शर्तों को पूरा करते हैं, फिर “आगे बढ़ें” (Move Ahead) पर क्लिक करें।
- चरण 4: समग्र आईडी दर्ज करें: अपनी समग्र आईडी (Samagra ID) दर्ज करें और दिए गए कैप्चा को हल करें। फिर “जारी रखें” (Continue) पर क्लिक करें। समग्र आईडी मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र है जो विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए आवश्यक है।
- चरण 5: आवश्यक विवरण भरें: अगले पृष्ठ पर, सभी आवश्यक विवरण भरें। जिन क्षेत्रों पर तारांकन (*) का निशान लगा है, वे अनिवार्य हैं। इन विवरणों में व्यक्तिगत जानकारी, संपर्क जानकारी और शैक्षिक योग्यता शामिल हो सकती है।
- चरण 6: दस्तावेज अपलोड करें: आईडी प्रूफ (जैसे आधार कार्ड) और संबंधित शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। सुनिश्चित करें कि दस्तावेज स्पष्ट और पठनीय हों।
- चरण 7: सबमिट करें: फॉर्म पूरा भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, “सबमिट” (Submit) बटन पर क्लिक करें।
- चरण 8: पंजीकरण संख्या प्राप्त करें: सफल सबमिशन के बाद, आपको एक पंजीकरण संख्या प्राप्त होगी। इसे भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें। यह संख्या आपके पंजीकरण की पुष्टि करती है।
ऑनलाइन आवेदन (Online Application)
- चरण 1: पोर्टल पर जाएं और लॉगिन करें: पंजीकरण के बाद, आपको फिर से Seekho aur Kamao Yojana के पोर्टल पर जाना होगा। अपना यूजर आईडी (जो आपको पंजीकरण के बाद मिला होगा), पासवर्ड और कैप्चा कोड दर्ज करें, फिर “लॉगिन” (Login) पर क्लिक करें।
- चरण 2: योजना चुनें: लॉगिन करने के बाद, उस योजना का चयन करें जिसके लिए आप आवेदन करना चाहते हैं। योजना के भीतर कई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध हो सकते हैं, जिनमें से आपको अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार चुनाव करना होगा।
- चरण 3: जानकारी और दस्तावेज भरें: सभी आवश्यक जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें, जैसा कि सिस्टम द्वारा निर्देशित किया गया है। यह सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी सही और अद्यतित हो।
- चरण 4: आवेदन सबमिट करें: अंत में, “आवेदन जमा करें” (Submit Application) पर क्लिक करके अपनी आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। आपको अपने आवेदन की पुष्टि प्राप्त होगी।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी भी समस्या से बचने के लिए सभी निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।
आवश्यक दस्तावेज़
Seekho aur Kamao Yojana के लिए आवेदन करते समय, आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों को पहले से तैयार रखना आपकी आवेदन प्रक्रिया को आसान बना देगा।
- पासपोर्ट-आकार का फोटोग्राफ: हाल ही का एक स्पष्ट पासपोर्ट-आकार का फोटोग्राफ।
- आधार कार्ड: पहचान और पते के प्रमाण के लिए आधार कार्ड।
- मध्य प्रदेश का अधिवास प्रमाण पत्र: यह प्रमाणित करने के लिए कि आप मध्य प्रदेश के निवासी हैं।
- जाति प्रमाण पत्र: यदि आप किसी आरक्षित श्रेणी से संबंधित हैं, तो जाति प्रमाण पत्र आवश्यक होगा।
- पिछली कक्षा का उत्तीर्ण प्रमाण पत्र/अंकसूची: आपकी शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण के लिए।
- समग्र आईडी: मध्य प्रदेश की समग्र आईडी अनिवार्य है, और यह सुनिश्चित करें कि आपकी समग्र आईडी eKYC सत्यापित हो।
- बैंक खाते का विवरण/बैंक पासबुक: स्टाइपेंड सीधे आपके बैंक खाते में जमा किया जाएगा, इसलिए बैंक खाते का विवरण और पासबुक की कॉपी आवश्यक है।
- अन्य आवश्यक दस्तावेज: योजना या विशिष्ट पाठ्यक्रम की आवश्यकताओं के अनुसार अन्य दस्तावेज भी मांगे जा सकते हैं।
यह सलाह दी जाती है कि आवेदन करने से पहले सभी आवश्यक दस्तावेजों की एक सूची बनाएं और सुनिश्चित करें कि वे सभी उपलब्ध और वैध हैं।
Seekho aur Kamao Yojana का महत्व और भविष्य की संभावनाएं
Seekho aur Kamao Yojana मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए एक गेम चेंजर साबित हो रही है। यह योजना न केवल बेरोजगारी की समस्या को संबोधित करती है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के लिए एक ठोस मंच भी प्रदान करती है। इसका महत्व कई पहलुओं में देखा जा सकता है:
रोजगार क्षमता में वृद्धि (Increase in Employability)
यह योजना युवाओं को बाजार-प्रासंगिक कौशल प्रदान करके उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाती है। पारंपरिक डिग्रियों के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल का होना आज के जॉब मार्केट में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह योजना इस अंतर को पाटती है और युवाओं को उद्योगों की मांगों के अनुसार तैयार करती है। विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण के अवसर, जैसे इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, आईटी, बैंकिंग, आदि, यह सुनिश्चित करते हैं कि हर युवा अपनी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त कर सके।
आर्थिक सशक्तिकरण (Economic Empowerment)
प्रशिक्षण के दौरान मिलने वाला स्टाइपेंड युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करता है। यह उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने, परिवार का समर्थन करने या अपने व्यक्तिगत खर्चों को पूरा करने में मदद करता है। यह वित्तीय सहायता उन्हें बिना किसी आर्थिक बोझ के सीखने और विकसित होने का अवसर देती है। इससे सामाजिक और आर्थिक असमानता को कम करने में भी मदद मिलती है।
उद्यमिता को बढ़ावा (Promotion of Entrepreneurship)
कौशल प्रशिक्षण केवल नौकरी खोजने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह उद्यमिता को भी बढ़ावा देता है। जब युवा विभिन्न उद्योगों में काम करना सीखते हैं, तो उन्हें व्यावसायिक विचारों और अवसरों की पहचान करने का मौका मिलता है। प्राप्त कौशल और अनुभव उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करते हैं, जिससे वे न केवल स्वयं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार सृजित करते हैं। यह ‘स्किल से स्टार्टअप’ मॉडल को मजबूत करता है।
उद्योगों के लिए कुशल कार्यबल (Skilled Workforce for Industries)
यह योजना उद्योगों को एक प्रशिक्षित और कुशल कार्यबल प्रदान करती है। कंपनियां अक्सर ऐसे कर्मचारियों की तलाश में रहती हैं जिन्हें तुरंत काम पर लगाया जा सके और जिन्हें कम प्रशिक्षण की आवश्यकता हो। Seekho aur Kamao Yojana इस आवश्यकता को पूरा करती है, जिससे उद्योगों को उत्पादकता बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। यह उद्योग और शिक्षा जगत के बीच के अंतर को कम करती है।
सामाजिक विकास (Social Development)
बेरोजगारी दर में कमी और आर्थिक सशक्तिकरण से सामाजिक विकास होता है। युवा जब आत्मनिर्भर होते हैं, तो वे समाज के लिए अधिक योगदान दे सकते हैं। यह अपराध दर को कम करने, जीवन स्तर में सुधार करने और एक अधिक स्थिर और समृद्ध समाज का निर्माण करने में मदद करता है।
भविष्य की संभावनाएं (Future Prospects)
Seekho aur Kamao Yojana की भविष्य की संभावनाएं बहुत उज्ज्वल हैं। जैसे-जैसे मध्य प्रदेश और भारत एक ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं, कौशल विकास का महत्व बढ़ता जा रहा है। यह योजना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले समय में, यह उम्मीद की जाती है कि योजना का विस्तार अधिक क्षेत्रों और पाठ्यक्रमों को शामिल करने के लिए किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक युवा लाभान्वित हो सकें। तकनीकी प्रगति और बदलते बाजार की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अद्यतन किया जाएगा। इसके अलावा, योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं के लिए प्लेसमेंट के अवसरों को बढ़ाने के लिए उद्योगों के साथ अधिक मजबूत संबंध स्थापित किए जाएंगे।
यह योजना मध्य प्रदेश को कौशल विकास के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनाने में मदद कर सकती है और देश के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। यह केवल एक अस्थायी समाधान नहीं, बल्कि एक स्थायी बदलाव की नींव है जो युवाओं को उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद करेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है?
Seekho aur Kamao Yojana मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जो राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को विभिन्न उद्योगों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें मासिक स्टाइपेंड भी दिया जाता है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाना, उन्हें वास्तविक कार्य अनुभव प्रदान करना, और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और राज्य के विकास में योगदान कर सकें।
योजना के तहत कितना स्टाइपेंड मिलता है?
स्टाइपेंड आवेदक की शैक्षणिक योग्यता पर निर्भर करता है:
- 12वीं पास: ₹8,000 प्रति माह
- आईटीआई पास: ₹8,500 प्रति माह
- डिप्लोमा पास: ₹9,000 प्रति माह
- स्नातक या उच्च योग्यता: ₹10,000 प्रति माह
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए कौन पात्र है?
आवेदक को 18 से 29 वर्ष की आयु के बीच होना चाहिए, मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए, और कम से कम 12वीं पास, आईटीआई उत्तीर्ण, या उच्च शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए।
आवेदन कैसे करें?
आवेदन ऑनलाइन माध्यम से Seekho aur Kamao Yojana के आधिकारिक पोर्टल (mmsky.mp.gov.in) पर किया जा सकता है। इसमें पहले पंजीकरण और फिर आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शामिल है।
क्या प्रशिक्षण के बाद नौकरी की गारंटी है?
यह योजना प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने पर केंद्रित है। प्रशिक्षण के बाद सीधे नौकरी की गारंटी नहीं है, लेकिन प्राप्त कौशल और प्रमाण पत्र आपको बेहतर रोजगार के अवसर दिलाने में बहुत मदद करते हैं, और कई बार आपको उसी प्रतिष्ठान में नौकरी भी मिल सकती है जहाँ आपने प्रशिक्षण लिया था।
कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?
आवश्यक दस्तावेजों में पासपोर्ट-आकार का फोटोग्राफ, आधार कार्ड, मध्य प्रदेश का अधिवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), पिछली कक्षा का उत्तीर्ण प्रमाण पत्र/अंकसूची, समग्र आईडी (eKYC सत्यापित), और बैंक खाते का विवरण/बैंक पासबुक शामिल हैं।
क्या प्रशिक्षण के दौरान कोई शुल्क लगता है?
Seekho aur Kamao के तहत प्रशिक्षण के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है, बल्कि आपको स्टाइपेंड के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
प्रशिक्षण की अवधि कितनी होती है?
प्रशिक्षण की अवधि पाठ्यक्रम और क्षेत्र पर निर्भर करती है, लेकिन आमतौर पर यह कुछ महीनों से लेकर एक वर्ष तक हो सकती है।
Seekho aur Kamao Yojana एक दूरदर्शी पहल है जो मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रही है। यह न केवल उन्हें आवश्यक कौशल प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता की भावना भी देती है। Seekho aur Kamao का लाभ उठाकर युवा अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और एक सशक्त मध्य प्रदेश के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं। यदि आप मध्य प्रदेश के एक युवा हैं और अपने करियर को एक नई दिशा देना चाहते हैं, तो Seekho aur Kamao Yojana आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकती है।



